अमरावती शहर अब तेज़ी से बदल रहा है — लेकिन क्या यह बदलाव तरक्की की दिशा में है या फिर सामाजिक पतन की ओर? शहर के कोने-कोने में खुलेआम पब, स्पा और हाई-फाई कैफे चल रहे हैं — जहाँ दिन के उजाले से लेकर रात के अंधेरे तक, खुलेआम अस्लिलता का कारोबार फल-फूल रहा है। युवाओं को आधुनिकता के नाम पर बिगाड़ने वाले इन अड्डों पर न पुलिस की छापेमारी होती है, न ही कोई ठोस कार्रवाई।
"Pub-spa-cafe-hukka parler becoming a hub of immorality in Amravati! Why is the police silent? Or is the extortion still going on?"
सवाल उठता है — आखिर पुलिस मौन क्यों है?
क्या वर्दीधारी इन अड्डों को संरक्षण दे रहे हैं? या फिर हर महीने की 'वसूली' ने उनकी आंखों पर पट्टी बाँध दी है?
इन पब्स और स्पाओं की आड़ में चल रहे गंदे धंधों की खबरें आम हो चुकी हैं। कई जगहों पर स्पा सेंटरों में गैरकानूनी गतिविधियों की पुष्टि हो चुकी है, फिर भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती।
अमरावती शहरवासियों में रोष:
शहर की बहन-बेटियाँ अब इन इलाकों से गुजरते हुए भी डरती हैं।
स्थानीय लोग बार-बार शिकायतें कर रहे हैं, लेकिन हर बार शिकायतें ठंडे बस्ते में डाल दी जाती हैं।
कहाँ है पुलिस आयुक्त?
- क्या उनका फर्ज सिर्फ बैठकों और प्रेस कॉन्फ्रेंस तक ही सीमित है?
- अमरावती में क़ानून-व्यवस्था की बिगड़ती तस्वीर अब साफ दिखाई दे रही है।
ACN न्यूज़ का सवाल है:
- कब तक पब-स्पा की आड़ में चलता रहेगा अस्लिल धंधा?
- कब तक वसूली के लिए कानून की आंख मूंदी जाएगी?
- क्या अब अमरावती में नैतिकता की आवाज़ उठाना गुनाह है?
अगर पुलिस चुप है — तो ACN न्यूज़ बोलेगा!
क्योंकि हम डरते नहीं...लडते है
हरीश मोहन राठी
मुख्य संपादक
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